एक साथ बढ़ना
संयोजित समूह हमे व्यक्तिगत रूप से परमेश्वर में विकसित होने मे मदद करता है और पुरे कलीसिया को विकसित करने का एक निर्माण खंड है। दोस्तों का संयोजित समूह वह है जहाँ दोस्त परमेश्वर के वचन का अध्ययन करने और इसे अपने जीवन में लागू करने के लिए नियमित रूप से मिलते हैं। कनेक्ट ग्रुप का नेतृत्व एक परिपक्व मसीही द्वारा किया जाता है।
संयोजित समूह क्या है?
प्रेरितों 2:42-47, 5:42: शुरुआती कलीसियाओं के बारे मे
प्रेरितों 2:42-47 (HINDICL-BSI)
(42) वे प्रेरितों की शिक्षा, सत्संग, रोटी तोड़ने एवं प्रार्थना में दत्तचित रहने लगे।
(43) सब लोगों पर भय छाया हुआ था, क्योंकि प्रेरितों द्वारा बहुत अद्भुत कार्य एवं चिह्न दिखाए गये थे।
(44) सब विश्वासी एक साथ रहते थे। उनके पास जो कुछ भी था, उस में सब का साझा था।
(45) वे अपनी चल-अचल सम्पत्ति बेच देते और उससे प्राप्त धनराशि हर एक की जरूरत के अनुसार सब को बांट देते थे।
(46) वे प्रतिदिन मन्दिर में एक भाव से उपस्थित होते, घर-घर में रोटी तोड़ते और निष्कपट हृदय से आनन्दपूर्वक एक साथ भोजन करते थे।
(47) वे परमेश्वर की स्तुति किया करते थे और सारी जनता उन्हें बहुत मानती थी। प्रभु प्रतिदिन उनके समुदाय में उन लोगों को मिला देता था, जो मुक्ति प्राप्त करते थे।
प्रेरितों 5:42 (HINDICL-BSI)
वे प्रतिदिन मन्दिर में और घर-घर जा कर निरंतर शिक्षा देते रहे और येशु मसीह का शुभ समाचार सुनाते रहे।
वे कब मिलते थे?
वे कहाँ मिलते थे?
उनका मूल संदेश क्या था?
क्योंकि जहाँ दो या तीन व्यक्ति मेरे नाम पर इकट्ठे होते हैं, वहाँ मैं उनके बीच उपस्थित रहता हूँ।”
किन परिस्थितियों मे यीशु अपनी उपस्थिति का वादा करता है?
संयोजित समूह मे क्या होता है?
परमेश्वर के वचन को हमारे जीवन में लागू करें –
(22) आप लोग अपने को धोखा नहीं दें। वचन के श्रोता ही नहीं, बल्कि उसके पालनकर्ता भी बनें।
(23) जो व्यक्ति वचन सुनता है, किन्तु उसके अनुसार आचरण नहीं करता, वह उस मनुष्य के सदृश है जो दर्पण में अपना प्राकृतिक चेहरा देखता है।
(24) वह अपने को देख कर चला जाता है और उसे याद नहीं रहता कि उसका अपना स्वरूप कैसा है।
(25) किन्तु जो व्यक्ति उस व्यवस्था को, जो पूर्ण है और हमें स्वतन्त्रता प्रदान करती है, ध्यान से देखता और उसका पालन करता रहता है, वह उस श्रोता के सदृश नहीं, जो तुरन्त भूल जाता है, बल्कि वह कर्ता बन जाता और उस व्यवस्था को अपने जीवन में चरितार्थ करता है। वह अपने आचरण के कारण धन्य होगा।
संयोजित समूह के अगुआ से सीखें –
आप लोग उन धर्मनेताओं की स्मृति कायम रखें, जिन्होंने आप को परमेश्वर का सन्देश सुनाया और उनके आचरण के सुखद परिणाम का मनन करते हुए उनके विश्वास का अनुकरण करें।
एक दूसरे को जानें और प्रोत्साहित करें –
इफिसियों 4:16 (HINDICL-BSI)
और उनसे समस्त देह को बल मिलता है। तब देह अपनी सब सन्धियों द्वारा सुसंघटित हो कर प्रत्येक अंग की समुचित सक्रियता से अपनी परिपूर्णता तक पहुंचती और प्रेम द्वारा अपना निर्माण करती है।
रोमियों 1:11-12 (HINDICL-BSI)
(11) क्योंकि मुझे आप से मिलने की बड़ी इच्छा है; मैं आप को विश्वास में सुदृढ़ बनाने के लिए आपको भी एक आध्यात्मिक वरदान देना चाहता हूँ;
(12) या यों कहें : मैं चाहता हूँ कि मैं आप लोगों के यहाँ रह कर आपके विश्वास से प्रोत्साहन प्राप्त करूँ और आप मेरे विश्वास से।
एक दूसरे के साथ ईमानदार रहें और प्रार्थना करें –
इसलिए आप लोग एक दूसरे के सामने अपने-अपने पाप स्वीकार करें और एक दूसरे के लिए प्रार्थना करें, जिससे आप स्वस्थ हो जायें। धर्मात्मा की भक्तिमय प्रार्थना बहुत प्रभावशाली होती है।
संयोजित समूह हमारे विकास के लिए है
व्यक्तिगत विकास
इफिसियों 4:15 (HINDICL-BSI)
हम प्रेमपूर्वक सत्य का अनुसरण करें, और मसीह में सब प्रकार की उन्नति करते जाएं। मसीह ही कलीसिया का शीर्ष हैं
कुलुस्सियों 1:10 (HINDICL-BSI)
इस प्रकार आप प्रभु के योग्य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।
संयोजित समूह आपको परमेश्वर मे बढ़ने मे कैसे मदद करता है?
प्रशिक्षण की ओर नेतृत्व
मत्ती 9:37-38 (HINDICL-BSI)
(37) येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “फसल तो बहुत है, परन्तु मजदूर थोड़े हैं।
(38) इसलिए फसल के स्वामी से विनती करो कि वह अपनी फसल काटने के लिए मजदूरों को भेजे।”
1 कुरिन्थियों 11:1 (HINDICL-BSI)
आप लोग मेरा अनुसरण करें, जिस तरह मैं मसीह का अनुसरण करता हूँ।
हमें क्यों और कैसे हम नेतृत्व की ओर बढ़ना चाहिए?
Evangelism and Multiplication
तुम्हें अनेक सािक्षयों के सामने मुझ से जो शिक्षा मिली, उसे तुम ऐसे विश्वस्त व्यक्तियों को सौंप दो, जो स्वयं दूसरों को शिक्षा देने योग्य हों।
संयोजित समूह आपको कलीसिया मे बढ़ने मे कैसे मदद करता है?
दोस्त से पूछें
संयोजित समूह का हिस्सा बनकर आपको अपने जीवन मे क्या सहायता मिली है?
आवेदन
हमें परमेश्वर के वचन से सीखने के लिए उत्सुक होकर प्रत्येक सप्ताह संयोजित समूह में आना चाहिए, हमें प्रोत्साहन और चुनौतियाँ प्राप्त करने के लिए तैयार रहना चाहिए और फिर उन्हें अपने जीवन में लागू करना चाहिए। जब हमारे अगुआ समूह का नेतृत्व करते हैं तो हमें भाग लेने और योगदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। इस अध्ययन से हम अपने जीवन में परमेश्वर के वचन को किन अन्य तरीकों से लागू कर सकते हैं?
मॉडल प्रार्थना
प्रभु यीशु, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि जब हम एक संयोजित समूह में मिलते हैं, कि आप हमारे साथ यहां हैं। प्रभु मैं इस समूह में बढ़ने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करता हूं। कृपया मुझे आपके वचन को अपने जीवन में लागू करने में मदद करें और मुझे आपके वचन के साथ दूसरों का नेतृत्व करने और प्रोत्साहित करने के लिए तैयार करें।
प्रमुख पध
इस प्रकार आप प्रभु के योग्य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।