यीशु के साथ मेरा रिश्ता मजबूत करना

विश्वास


अपनी आंखें यीशु कि ओर लगाइये

विश्वास क्या है? “विश्वास उस चीज़ के बारे में सुनिश्चित हो जाना है जिसकी हम आशा करते हैं और उन चीज़ो के बारे मे निश्चित होना जिसे हमने देखा नही।”

विश्वास उन चीज़ो के विषय में १००% निश्चित हो जाना है जो हमने अभी तक नहीं देखा है। विश्वास यह है कि जब हम पहले परमेश्वर के पास आये और हमारा उद्धार हुआ और यह मसीहियों के रूप में हमारे जीवन का आधार है। आइए पतरस के बारे में पढ़ें मत्ती 14:22-33.

परमेश्वर के वचन को सुनें

यहां मत्ती 14:29, यीशु ने पतरस को पानी पर आने के लिए कहा। विश्वास बाइबल से हमें परमेश्वर के वचन को जानने और विश्वास करने के बारे में है।

विश्वास कहाँ से आता है?

अब्राहम और सारा ने किस पर विश्वास किया?

विश्वास में कदम बढ़ाएं

जब यीशु ने पतरस को आने के लिए कहा तो उसने क्या किया?

केवल परमेश्वर के वचन को जानना ही पर्याप्त क्यों नहीं है?

अपनी आंखें यीशु पर लगाए रखो

पतरस क्यों डूबने लगा?

हम क्या “देख” सकते हैं किस तरह हमारे विश्वास को हतोत्साहित कर सकता है?

हम विश्वास में कैसे मजबूत होते हैं?

संदेह नहीं करना!

संदेह हमें और हमारे विश्वास को कैसे प्रभावित करता है?

यहां मत्ती 14:31, यीशु ने पतरस को उसके विश्वास के बारे में चुनौती दी।

हमें संदेह क्यों करना चाहिए इसका क्या कारण हैं?

दोस्त से पूछें

क्या आप अपने अनुभव से विश्वास के बारे में कोई कहानी बताना चाहेंगे?

आपने संदेह को कैसे दूर किया?

आवेदन

आइए हम अपना ध्यान बाइबल के किसी पध पर या परमेश्वर के किसी वादे पर लगाएं जो उसने हमें हाल ही में याद दिलाया है । उस वचन को पकड़ें, अपने विश्वास को जगाएं और उस पर कार्य करने के बारे में सोचें।

 

मॉडल प्रार्थना

प्रभु यीशु, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपका वचन शक्तिशाली और सत्य है। मैं आपके वचन पर ध्यान लगता हूँ औरअपनी नज़रे आपकी ओर लगाता हूं। मैं आप पर विश्वास करता हूं और मेरे जीवन मे आप जो कार्य करने वाले हैं उसके लिए आपको धन्यवाद देता हूं।

प्रमुख पध

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