हमारा सहायक और हमे शक्ति देने वाला
यीशु के स्वर्ग लौटने से पहले, उसने अपने शिष्यों से कहा कि पवित्र आत्मा उनकी सहायता करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए आएगा। पवित्र आत्मा परमेश्वर है, जिस प्रकार पिता और पुत्र, यीशु, परमेश्वर हैं हम व्यक्तिगत रूप से पवित्र आत्मा से संबंधित हो सकते हैं। वह पहले से ही आपको परमेश्वर के बारे में समझने में मदद कर चुका है।
पवित्र आत्मा हमारी साहयता करता है
पवित्र आत्मा हमारी साहयता कैसे करता है?
परन्तु ‘सहायक’, अर्थात् पवित्र आत्मा, जिसे पिता मेरे नाम पर भेजेगा, तुम्हें सब कुछ सिखाएगा। जो कुछ मैंने तुम से कहा है, वह उसका स्मरण तुम्हें कराएगा।
जब वह आएगा, तो पाप, धार्मिकता और दण्डाज्ञा के विषय में संसार को दोषी सिद्ध कर देगा
जब वह, अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तब वह सम्पूर्ण सत्य में तुम्हारा मार्गदर्शन करेगा; क्योंकि वह अपनी ओर से नहीं कहेगा, बल्कि वह जो कुछ सुनेगा, वही कहेगा और तुम्हें आने वाली बातों के विषय में बताएगा।
पवित्र आत्मा हमे जीवन देता है
पवित्र आत्मा हमारा जीवन कैसे परिवर्तित करता है?
(5) येशु ने उत्तर दिया, “मैं आप से सच-सच कहता हूँ; जब तक कोई जल और आत्मा से जन्म न ले, तब तक वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता।
(6) जो शरीर से उत्पन्न होता है, वह शरीर है और जो आत्मा से उत्पन्न होता है, वह आत्मा है।
(7) आश्चर्य न कीजिए कि मैंने यह कहा कि आप को ऊपर से जन्म लेना आवश्यक है।
(8) वायु जिधर चाहती, उधर बहती है। आप उसकी आवाज सुनते हैं, किन्तु यह नहीं जानते कि वह किधर से आती और किधर जाती है। जो आत्मा से जन्मा है, वह ऐसा ही है।”
क्योंकि, ओ मनुष्य! पवित्र आत्मा के विधान ने, जो येशु मसीह द्वारा जीवन प्रदान करता है, तुझ को पाप तथा मृत्यु के नियम से मुक्त कर दिया है।
(22) परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
(23) नम्रता और संयम। इनके विरुद्ध कोई विधि नहीं है।
(24) जो लोग येशु मसीह के हैं, उन्होंने वासनाओं तथा कामनाओं सहित अपने शारीरिक स्वभाव को क्रूस पर चढ़ा दिया है।
(25) यदि हमें पवित्र आत्मा द्वारा जीवन प्राप्त हो गया है, तो हम पवित्र आत्मा की प्रेरणा के अनुसार जीवन बितायें।
पवित्र आत्मा हमें सशक्त बनाता है
पवित्र आत्मा हमें सशक्त कैसे बनाता है?
मैं तो तुम लोगों को जल से पश्चात्ताप का बपतिस्मा देता हूँ; किन्तु जो मेरे बाद आने वाले हैं, वह मुझ से अधिक शक्तिशाली हैं। मैं उनके जूते उठाने योग्य भी नहीं हूँ। वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देंगे।
वे सब पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गये और जो वाणी का वरदान पवित्र आत्मा ने उन्हें दिया, उस के अनुसार भिन्न-भिन्न भाषाओं में बोलने लगे।
(4) वरदान तो नाना प्रकार के होते हैं; किन्तु आत्मा एक ही है।
(5) सेवाएँ तो नाना प्रकार की होती हैं, किन्तु प्रभु एक ही हैं।
(6) प्रभावशाली कार्य तो नाना प्रकार के होते हैं, किन्तु एक ही परमेश्वर द्वारा सब में सब कार्य सम्पन्न होते हैं।
(7) प्रत्येक व्यक्ति को सब के कल्याण के लिए आत्मा का प्रकाश मिलता है।
(8) किसी को आत्मा द्वारा प्रज्ञ का संदेश सुनाने का, किसी को उसी आत्मा द्वारा ज्ञान के शब्द बोलने का
(9) और किसी को उसी आत्मा द्वारा विश्वास करने का वरदान मिलता है। एक ही आत्मा किसी को रोगियों को स्वस्थ करने का,
(10) किसी को प्रभावशाली आश्चर्य कर्म करने का, किसी को नबूवत करने का, किसी को आत्माओं की परख करने का, किसी को भिन्न-भिन्न अध्यात्मिक भाषाओं में बोलने का और किसी को उन भाषाओं की व्याख्या करने का वरदान देता है।
(11) एक ही और वही आत्मा यह सब करता है। वह अपनी इच्छा के अनुसार प्रत्येक को अलग-अलग वरदान देता है।
किन्तु पवित्र आत्मा तुम पर उतरेगा और तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा और तुम यरूशलेम में, समस्त यहूदा और सामरी प्रदेशों में तथा पृथ्वी के अन्तिम छोर तक मेरे साक्षी होगे।”
किस उद्देश्य के लिए पवित्र आत्मा हमे सशक्त बनाता है?
पवित्र आत्मा हमारे भीतर निवास करता है
यीशु ने वादा किया है कि पवित्र आत्मा हम में निवास करेगा (योहन 14:17).
वह सत्य का आत्मा है, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह उसे न तो देखता है और न जानता है। तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है और तुम में रहेगा।
हमारा शरीर पवित्र आत्मा का मंदिर है (1 कुरिन्थियों 6:19), इस तरह परमेश्वर हमे बताता है कि हम उसके हैं (2 कुरिन्थियों 1:22).
क्या आप यह नहीं जानते कि आपका शरीर पवित्र आत्मा का मन्दिर है? वह आप को परमेश्वर से प्राप्त हुआ है और वह आप में निवास करता है। आपका अपने पर अधिकार नहीं है;
परमेश्वर ने हम पर अपनी मुहर लगायी और अग्रिम राशि के रूप में हमारे हृदयों को पवित्र आत्मा प्रदान किया है।
दोस्त से पूछें
- आपके जीवन में पवित्र आत्मा ने किस तरह आपकी सहायता कि है और आपको सशक्त बनाया है?
- क्या पवित्र आत्मा के विषय में आपके और कोई सवाल हैं?
- आपके जीवन में पवित्र आत्मा आपकी मदद कैसे कर सकता है?
आवेदन
यीशु ने अपने चेलों से क्या कहा, पढ़ें योहन 20:22
यह कह कर येशु ने उन पर श्वास फूँका, और कहा, “पवित्र आत्मा को ग्रहण करो!
हम अपने जीवन में पवित्र आत्मा के लिए ग्रहणशील कैसे हो सकते हैं?
मॉडल प्रार्थना
पवित्र आत्मा, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आप मेरे साथ हैं और मुझमें हैं, कि आप मुझे दिलासा देते हैं और सच्चाई में मेरा मार्गदर्शन करते हैं। कृपया मुझे अपनी शक्ति से भरें।
प्रमुख पध
किन्तु पवित्र आत्मा तुम पर उतरेगा और तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा और तुम यरूशलेम में, समस्त यहूदा और सामरी प्रदेशों में तथा पृथ्वी के अन्तिम छोर तक मेरे साक्षी होगे।”