यीशु का प्रेम और सामर्थ
कई बार, यीशु ने लोगों को चंगा करके अपना प्यार और शक्ति दिखाई। यीशु पर विश्वास करने वाला हर व्यक्ति चंगा हो गया। आज हम एक स्त्री के बारे में पढ़ेंगे जिसने विश्वास किया और किस तरह से उसने एक चमत्कार प्राप्त किया। हमें आज परमेश्वर की अद्भुत चंगाई की शक्ति प्राप्त करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
विश्वास मे बढ़ना
एक स्त्री बारह वर्ष से रक्तस्राव से पीड़ित थी।
उस स्त्री को क्या समस्या थी?
(26) अनेकानेक वैद्यों के इलाज के कारण उसे बहुत कष्ट सहना पड़ा था और सब कुछ खर्च करने पर भी उसे कोई लाभ नहीं हुआ था, बल्कि उसकी दशा और भी बिगड़ गयी थी।
(27) उसने येशु के विषय में सुना था। वह भीड़ में पीछे से आई और उनका वस्त्र छू लिया,
आपके विचार मे उस स्त्री को ये भरोसा क्यों था कि यीशु उसे ठीक कर सकता है?
(27) उसने येशु के विषय में सुना था। वह भीड़ में पीछे से आई और उनका वस्त्र छू लिया,
(28) क्योंकि वह कहती थी, “यदि मैं उनका वस्त्र ही छू लूँगी तो स्वस्थ हो जाऊंगी।”
उस स्त्री ने क्या निर्णय लिया और उसके लिए क्या कदम उठाये?
और जो कुछ तुम विश्वास के साथ प्रार्थना में माँगोगे, वह तुम्हें मिल जाएगा।”
इस वचन मे यीशु ने क्या वादा किया है?
यीशु का प्रेम
(29) उसका रक्तस्राव उसी क्षण सूख गया और उसने अपने शरीर में अनुभव किया कि वह रोग से मुक्त हो गयी है।
(30) येशु ने भी उसी क्षण अपने में अनुभव किया कि उन से शक्ति निकली है। भीड़ में मुड़ कर उन्होंने पूछा, “किसने मेरा वस्त्र छुआ?”
(31) उनके शिष्यों ने उन से कहा, “आप देख रहे हैं कि भीड़ आप पर गिरी पड़ रही है। तब भी आप पूछ रहे हैं, ‘किसने मेरा स्पर्श किया?’ ”
(32) जिसने ऐसा किया था, उसका पता लगाने के लिए येशु ने चारों ओर दृष्टि दौड़ायी।
(33) वह स्त्री, यह जान कर कि उसके साथ क्या हुआ है, डरती-काँपती हुई आयी और येशु के चरणों पर गिर पड़ी और सब कुछ सच-सच बता दिया।
(34) येशु ने उससे कहा, “पुत्री! तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ किया है। शान्ति से जाओ और अपने रोग से मुक्त रहो।”
इस कहानी में यीशु ने उस स्त्री को अपना प्रेम कैसे दिखाया?
नाव से उतर कर येशु ने एक विशाल जनसमूह को देखा। उन्हें उन लोगों पर तरस आया और उन्होंने उनके रोगियों को स्वस्थ कर दिया।
यीशु ने इन लोगों को क्यों चंगा किया?
यीशु का सामर्थ
उसका रक्तस्राव उसी क्षण सूख गया और उसने अपने शरीर में अनुभव किया कि वह रोग से मुक्त हो गयी है।
जब उस स्त्री ने यीशु के वस्त्र को छुआ तो क्या हुआ?
येशु ने भी उसी क्षण अपने में अनुभव किया कि उन से शक्ति निकली है। भीड़ में मुड़ कर उन्होंने पूछा, “किसने मेरा वस्त्र छुआ?”
यीशु का ध्यान उस स्त्री पर क्यों गया?
येशु ने उससे कहा, “पुत्री! तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ किया है। शान्ति से जाओ और अपने रोग से मुक्त रहो।”
वह स्त्री क्यों चंगी हुई?
(38) येशु ने फिर गहरी साँस ली और कबर पर आए। वह कबर एक गुफा थी, जिसके मुँह पर पत्थर रखा हुआ था।
(39) येशु ने कहा, “पत्थर हटा दो।” मृतक की बहिन मार्था ने उन से कहा, “प्रभु! अब उसमें से दुर्गन्ध आती होगी; क्योंकि उसे मरे चार दिन हो चुके हैं।”
(40) येशु ने उसे उत्तर दिया, “क्या मैंने तुम से यह नहीं कहा कि यदि तुम विश्वास करोगी, तो परमेश्वर की महिमा देखोगी?”
(41) इस पर लोगों ने पत्थर हटा दिया। येशु ने आँखें ऊपर उठा कर कहा, “पिता! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ; तूने मेरी प्रार्थना सुन ली है।
(42) मैं जानता था कि तू सदा मेरी प्रार्थना सुनता है। किन्तु मैंने आसपास खड़े लोगों के कारण ऐसा कहा है, जिससे वे विश्वास करें कि तूने मुझे भेजा है।”
(43) यह कह कर येशु ने ऊंचे स्वर से पुकारा, “लाजर! बाहर निकल आओ!”
(44) मृतक बाहर निकल आया। उसके हाथ और पैर पट्टियों से बंधे हुए थे और उसके मुख पर अंगोछा लपेटा हुआ था। येशु ने लोगों से कहा, “इसके बन्धन खोल दो और इसे जाने दो।”
इस कहानी मे यीशु ने अपना सामर्थ कैसे दिखाया?
(12) “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मुझ में विश्वास करता है, वह स्वयं वे कार्य करेगा, जिन्हें मैं करता हूँ। वह उन से भी महान कार्य करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जा रहा हूँ।
(13) जो कुछ तुम मेरे नाम से माँगोंगे, मैं उसे पूरा करूँगा, जिससे पुत्र के द्वारा पिता की महिमा प्रकट हो।
(14) यदि तुम मेरे नाम में मुझ से कुछ भी माँगोगे, तो मैं उसे पूरा करूँगा।
हम कैसे जानते हैं कि यीशु आज भी हमें चंगा कर सकता है?
दोस्त से पूछें
क्या आप अपने चंगाई को कोई कहानी हमे बता सकते हैं?
आवेदन
क्या यहाँ किसी को चंगाई कि ज़रुरत है?
हम अभी यीशु से प्रार्थना कर सकते हैं कि वो आपको चंगा करके अपने प्रेम और सामर्थ को दिखाए।
चंगाई के लिए अपने विश्वास को प्रोत्साहित करने वाले वचनों को पढ़ें और याद करना शुरू करें। (उदाहरण के लिए यशायाह 53:5, मत्ती 21:22, याकूब 5:16)
यशायाह 53:5 (HINDICL-BSI)
किन्तु वह हमारे पापों के कारण घायल हुआ; वह हमारे दुष्कर्मों के कारण आहत हुआ। उसने अपने शरीर पर ताड़ना-स्वरूप मार सही, और उसकी मार से हमारा कल्याण हुआ। उसने कोड़े खाए, जिससे हम स्वस्थ हुए।
मत्ती 21:22 (HINDICL-BSI)
और जो कुछ तुम विश्वास के साथ प्रार्थना में माँगोगे, वह तुम्हें मिल जाएगा।”
योहन 5:16 (HINDICL-BSI)
यहूदी धर्मगुरु येशु को इसलिए सताने लगे कि वह विश्राम के दिन ऐसे काम किया करते थे।
मॉडल प्रार्थना
प्रभु यीशु, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आप मुझसे प्यार करते हैं और मेरी चिंता करते हैं। मुझे विश्वास है कि आपके पास मुझे चंगा करने की सामर्थ है। मैं पूर्ण चंगाई के लिए विश्वास से आपके समुख आता हूँ।
प्रमुख पध
और जो कुछ तुम विश्वास के साथ प्रार्थना में माँगोगे, वह तुम्हें मिल जाएगा।”