हमेशा आनन्दित रहो!
आनंद परमेश्वर को जानने से आता है, हमारे लिए उसका प्यार, और उसका उद्धार को जानने से। यह ऊपरी भावना नहीं है जो हमारी परिस्थितियों पर निर्भर करता है। परमेश्वर चाहता है कि हमें हर समय पूर्ण अनानंद मे रहे। हम ऐसा तब कर सकते हैं जब हम परमेश्वर की सच्चाई को पकड़े रहते हैं और उसमे आनंदित रहते हैं।
आनन्द क्या है?
1 थिस्सलुनीकियों 5:16 कहता हैं, “सदा आनंदित रहो”।
आनंदित रहना कुश रहने से अलग कैसे है?
आप लोग प्रभु में हर समय आनन्दित रहें। मैं फिर कहता हूँ, आनन्दित रहें।
किस तरह से आनंद एक भावना से अधिक है?
आपके विचार मे किन तरीकों से आनंदित रहना हमें मज़बूत बनाए रखती है?
हबक्कूक 3:17-18 (HINDICL-BSI)
(17) यद्यपि अंजीर वृक्ष में फूल नहीं आए, अंगूर-लताओं में फल नहीं लगे, जैतून के फलों की फसल नहीं हुई, खेतों में भी अन्न नहीं उपजा, बाड़ों में भेड़-बकरी नहीं रही,
और पशुशालाओं में गाय-बैल नहीं रहे,
(18) तो भी मैं प्रभु में आनन्दित होऊंगा; मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर में हर्षित होऊंगा।
2 कुरिन्थियों 6:10 (HINDICL-BSI)
हम दु:खी हैं, फिर भी हम हर समय आनन्दित हैं। हम दरिद्र हैं, फिर भी हम बहुतों को सम्पन्न बनाते हैं। हमारे पास कुछ नहीं है; फिर भी सब कुछ हमारा है।
क्या कठिन समय में आनंदित होना संभव है? कैसे?
(2) मेरे भाइयो और बहिनो! जब आप पर अनेक प्रकार की विपत्तियाँ आएं, तब इसे बड़े आनन्द की बात समझिए।
(3) आप जानते हैं कि आपके विश्वास का इस प्रकार का परीक्षण धैर्य उत्पन्न करता है।
(4) धैर्य को कार्यान्वयन की पूर्णता तक पहुँचने दीजिए, जिससे आप लोग स्वयं पूर्ण तथा सिद्ध बन जायें और आप में किसी बात की कमी नहीं रहे।
हमें कठिन समय में क्यों आनंदित होना चाहिए?
बढ़ता हुआ आनंद
इन वचनो के अनुसार, हम अपना आनन्द कैसे बढ़ा सकते हैं?
निस्सन्देह तूने उसे सदा के लिए आशिष का स्रोत बनाया है। अपनी उपस्थिति के परमानन्द से तू उसे सुखी करता है।
लेकिन, इसलिए आनन्दित न हो कि आत्माएँ तुम्हारे अधीन हैं, बल्कि इसलिए आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग में लिखे गए हैं।”
आनन्द मनाने वालों के साथ आनन्द मनायें, रोने वालों के साथ रोयें।
वह दूसरों के पाप से नहीं, बल्कि उनके सदाचरण से प्रसन्न होता है।
परन्तु पवित्र आत्मा का फल है : प्रेम, आनन्द, शान्ति, सहनशीलता, दयालुता, हितकामना, ईमानदारी,
आप लोग प्रभु में हर समय आनन्दित रहें। मैं फिर कहता हूँ, आनन्दित रहें।
दोस्त से पूछें
- कठिन समय में अनादित रहने ने आपकी मदद कैसे की?
- क्या आपके पास अनादित रहने के विषय मे कोई अन्य प्रश्न हैं?
आवेदन
- अनादित रहने कि बेहतर समझ आपके जीवन में कैसे मदद कर सकती है?
- प्रतिदिन अनादित रहने मे आपके जीवन मे क्या रुकावटे आती है?
- इस सप्ताह आप क्या कर सकते हैं कि आप आनंद मे बने रहें और अपने जीवन में आनंद को बढ़ाएं।
मॉडल प्रार्थना
प्रभु यीशु, मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आप चाहते हैं कि मैं आनंद मे बना रहूं, और मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि आपके द्वारा, मैं इसे जीवन कि हर परिस्तिथि में पा सकता हूं। मुझे बचाने के लिए आपका धन्यवाद और आप हमेशा मेरे साथ हैं।
प्रमुख पध
आप लोग प्रभु में हर समय आनन्दित रहें। मैं फिर कहता हूँ, आनन्दित रहें।