यीशु के साथ मेरा रिश्ता मजबूत करना

परख, परीक्षा और प्रलोभन


बढ़ते दर्द

परीक्षा हमें दिखाते हैं कि हम किस चीज से बने हैं। वे हमारी ताकत और कमजोरियों को उजागर करते हैं। लेकिन परमेश्वर हमारी परीक्षा और प्रलोभन मे हमारे साथ है, उन क्षेत्रों मे जहाँ हम कमज़ोर थे या हमे बढ़ने की ज़रुरत थी परमेश्वर हमें मजबूत बनाता है। परमेश्‍वर चाहता है कि हम बेहतर बनें और जीवन कि चुनौतियों का सामना कर सकें।

परख

उनका परीक्षण कैसे किया गया? हम किस चीज़ कि आशा कर सकते हैं?

आप खुद को कैसे परख सकते हैं?

आज्ञा का पालन करने वालों कि रक्षा परमेश्वर कैसे करता है?

परीक्षा

परीक्षा का उद्देश्य क्या है?

परमेश्वर के लिए क्या महत्वपूर्ण है?

परमेश्वर ने अपने लोगों को उनके परीक्षणों से कैसे बचाया?

हमारी मुसीबतें कब तक रहेंगी?

उनसे क्या उत्पन्न होता है?

प्रलोभन

प्रलोभन कहाँ से आता है?

शैतान हमारी मजबूत इच्छाओं की आशा करता है और उन के विरोध मे काम करता है।
हमारी इच्छाओं के कुछ उदाहरण दीजिये जिन्हें हमें परमेश्वर के सामने आत्मसमर्पण करने की आवश्यकता है?

महान उदाहरण – यीशु

यीशु हमारे परीक्षण में हमारी मदद करने में कैसे सक्षम है?

यीशु ने क्या सहन किया और क्यों?

प्रलोभन पर काबू पाने के यीशु के उदाहरण से हम क्या सीख सकते हैं?

दोस्त से पूछें

दोस्त से पूछें

क्या आप एक परीक्षण के बारे में अपने अनुभव हमारे साथ बाँट सकते हैं जिसने आपको बढ़ने में मदद की?

आवेदन

क्या आपके जीवन मे कोई ऐसा क्षेत्र है जिसमें अभी आपका परीक्षण किया जा रहा है?

इस अध्ययन में आपने जो सीखा है उसे आप अपनी स्थिति में कैसे लागू कर सकते हैं?

प्रार्थना

परमेश्वर, मुझे परीक्षा और प्रलोभन के समय में सहनशक्ति दें। मुझे मजबूत करें ताकि मैं प्रलोभन में न फसूं, और मुझे बुराई से छुड़ाएं।

प्रमुख पध

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