यीशु के साथ मेरा रिश्ता मजबूत करना

दसवां भाग देना



हमारी स्थानीय कलीसिया का निर्माण और हमारे जीवन के लिए आशीष

दशमांश हमारी आय का पहला 10% परमेश्वर को उनके कलीसिया के माध्यम से देने का एक ईश्वरीय सिद्धांत है, जिसे परमेश्वर ने समय की शुरुआत से निर्धारित किया है।

 

जब हम दशमांश देते हैं तो हम परमेश्वर को अपने सभी संपत्ति में पहले स्थान पर रखते हैं। हमारे दशमांश का उपयोग स्थानीय कलीसिया के निर्माण के लिए किया जाता है, जो इसे आकार में विकसित करने और कई लोगों और दुनिया को प्रभावित करने में मदद करता है। हम अपना पैसा अनन्त उपयोग के लिए देते हैं।

 

परमेश्वर का वादा यह भी है कि हमारा जीवन इतना धन्य हो जाएगा कि हम उमड़ेंगे! न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में। हम आशीषित किये गएँ है ताकि हम दूसरों के लिए एक आशीष बन सकें।

दसवां भाग देने की आशीष

हमें अपने दशमांश को “भण्डार” या स्थानीय कलीसिया में क्यों लाना चाहिए? “भोजन” क्या दर्शाता है?

 

बाइबल में यहीं एक बार परमेश्वर हमें उसे परखने के लिए कहता है। हमारे जीवन के लिए उसका क्या वादा है?

परमेश्वर का सम्मान करना उसे जीवन का सर्वश्रेष्ठ देना है जिसमे सम्पती भी शामिल है। जब हम अपनी आय का दशमांश देते हैं तो परमेश्वर हमारे “खलिहान” को भरे पूरे कर देता है और हमारा “रसकुण्ड” उमण्डता है।

 

आपके जीवन में खलिहान और रसकुण्ड क्या दर्शाते हैं?

परमेश्वर खुशी से दान देने वाले से प्रेम करता है।

यदि हम थोड़ा बोएंगे तो हम कैसे काटेंगे? यदि हम उदारतापूर्वक बोने का फैसला करते हैं तो क्या होगा?

 

जब हम प्रसन्न मन से देते हैं तो परमेश्वर प्रेम से आनन्दित होता है। हमें देने के लिए दबाव महसूस नहीं करना चाहिए, बल्कि हमें उन सब चीज़ों को याद करके जो यीशु ने हमारे लिए किया है, एक आभारी दिल से देना चाहिए।

 

जब आप देते हैं तो क्या आपका दिल प्रसन्न होता है, या आप अफसोस के साथ दे रहे हैं? आइये हम आनंद के साथ देने का इरादा करते हैं!

पौलुस के समय में, ज्यादातर लोगों को हर हफ्ते वेतन मिला करता था। आपके कार्यस्थल पर यह साप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक हो सकता है। समय लेकर देने के लिए तयारी करना क्यों महत्वपूर्ण है?

हमारा दशमांश परमेश्वर के लिए पवित्र है

वास्तव में हमारी आय का दशमांश, जहां से भी आता है, पहले से ही परमेश्वर का है। यह हमारी संपत्ति नहीं है; बल्कि हम सिर्फ सम्मान कर रहे हैं और परमेश्वर को, जो पहले से ही उसका है लौटा रहे हैं।

 

बाइबल कहती है कि हमारा दशमांश पवित्र और परमेश्वर के लिए विशेष है। इसका परमेश्वर लिए एक विशेष और महत्वपूर्ण अर्थ है, क्योंकि यह हमारे जीवन के सभी क्षेत्रों में उसको पहला स्थान देने के रूप को दिखाता है

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