यीशु के साथ रिश्ते में बढ़ते जाना

परमेश्वर पर भरोसा करना


अपने पूरे दिल से

परमेश्वर चाहता है कि हम उस पर पूरे दिल से भरोसा करें। इसका अर्थ यह है कि उसके साथ हमारा संबंध स्वस्थ है और हम उससे शांति और आनंद प्राप्त कर सकते हैं। हमें उन क्षेत्रों में सुधार करने की आवश्यकता है जिनमें हम उस पर विश्वास नहीं कर पाते हैं, ताकि हम प्रभु में बढ़ते रहें।

हम अपना भरोसा किसमे रखते हैं?

अन्य लोग?

जब हम अपना भरोसा गलत चीजों में डालते हैं तो क्या होता है?

परमेश्वर पर भरोसा करने से हमें क्या रोकता है?

हमें किन चीजों की चिंता है?

यीशु ने अपने शिष्यों को उस पर भरोसा न करने के लिए फटकार लगाई। किस बात ने उन्हें परेशान किया?

परमेश्वर पर भरोसा करने के लिए और क्या करना आपके लिए मुश्किल है?

हमें परमेश्वर पर भरोसा क्यों रखना चाहिए?

परमेश्वर हमारे भरोसे के लायक क्यों है?

अगर हम परमेश्वर पर भरोसा करना जारी रखेंगे, तो हमारे जीवन में क्या परिणाम होंगे?

दोस्त से पूछें

  • क्या आप इस बारे में हमे बता सकते हैं कि परमेश्वर में आपका विश्वास कैसे बढ़ा है?
  • क्या आपके पास विश्वास के बारे में कोई अन्य प्रश्न हैं?

आवेदन

यहाँ यूहन्ना 14:1, “तुम्‍हारा मन व्‍याकुल न हो, तुम परमेश्‍वर पर विश्‍वास रखते हो मुझ पर भी विश्‍वास रखो। हम अपने दिलों को परेशान होने से कैसे रोक सकते हैं?

हम परमेश्वर पर अपना भरोसा कैसे बढ़ा सकते हैं?

 

घर का पाठ: भरोसा-स्वीकरण

इस सप्ताह इन वचनों का ध्यान करें।

मॉडल प्रार्थना

प्यारे प्रभु, मुझे माफ़ कर दिजिए कि मैंने अपना भरोसा दूसरी चीजों में रखा। कृपया मुझे दिखाएं कि मुझे किस प्रकार अपना दिल बदलने की ज़रुरत है। मैं आपको धन्यवाद देता हूं कि मैं अपने पूरे दिल से आप पर भरोसा कर सकता हूं।

प्रमुख पध

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