आपके विश्वास का प्रदर्शन
बपतिस्मा लेने का मतलब है पानी में डुबकी लगाकर ऊपर आना। बाइबल में, कई लोगों को यह दिखाने के लिए बपतिस्मा दिया गया था कि उन्होंने अपना जीवन बदल दिया है। मसीहियों को मसीह की आज्ञाकारिता के कदम के रूप में बपतिस्मा दिया जाता है, सार्वजनिक रूप से यह दिखाने के लिए कि वे यीशु पर विश्वास करते हैं।
बाइबिल में बपतिस्मा
(13) उस समय येशु योहन से बपतिस्मा लेने के लिए गलील प्रदेश से यर्दन नदी के तट पहुँचे।
(14) योहन ने यह कहते हुए उन्हें रोकना चाहा, “मुझे तो आप से बपतिस्मा लेने की आवश्यकता है और आप मेरे पास आए हैं?”
(15) परन्तु येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “अभी ऐसा ही होने दीजिए। यह हमारे लिए उचित है कि हम इसी तरह सब धार्मिकता को पूरा करें।” इस पर योहन ने येशु की बात मान ली।
(16) बपतिस्मा लेने के बाद येशु तुरन्त जल से बाहर निकले। उसी समय उनके लिए स्वर्ग खुल गया और उन्होंने परमेश्वर के आत्मा को कपोत के सदृश उतरते और अपने ऊपर आते हुए देखा।
(17) और देखो, स्वर्ग से वह वाणी सुनाई दी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्यन्त प्रसन्न हूँ।”
यीशु ने बपतिस्मा लेने के लिए क्यों कहा?
यीशु के बपतिस्मा लेने पर क्या हुआ?
(31) उन्होंने उत्तर दिया, “आप प्रभु येशु पर विश्वास कीजिए, तो आप को और आपके परिवार को मुक्ति प्राप्त होगी।”
(32) उन्होंने अधीक्षक को और उसके परिवार के सब सदस्यों को परमेश्वर का वचन सुनाया।
(33) उसने रात को उसी घड़ी उन्हें ले जा कर उनके घाव धोये। इसके तुरंत बाद उसने और उसके सारे परिवार ने बपतिस्मा ग्रहण किया।
बपतिस्मा किसके लिए है?
बपतिस्मा का अर्थ
(4) हम उनकी मृत्यु का बपतिस्मा ग्रहण कर उनके साथ इसलिए दफनाये गये हैं कि जिस तरह मसीह पिता के महिमामय सामर्थ्य से मृतकों में से जी उठे हैं, उसी तरह हम भी एक नया जीवन जीयें।
(5) यदि हम इस प्रकार मसीह के समान मर कर उनके साथ एक हो गये हैं, तो हम उन्हीं के समान पुनरुत्थान में भी उनके साथ एक होंगे।
(6) हमें कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमारा पुराना स्वभाव मसीह के साथ क्रूस पर चढ़ाया जा चुका है, जिससे पाप का शरीर मर जाये और हम फिर पाप के दास न बनें;
(7) क्योंकि जो मर चुका है, वह पाप की गुलामी से मुक्त हो गया है।
(8) हमें विश्वास है कि यदि हम मसीह के साथ मर गये हैं, तो हम उन्हीं के जीवन के भी भागी होंगे;
जब हम बपतिस्मा लेते हैं तो क्या होता है? बपतिस्मा क्या दिखाता है?
बपतिस्मा लेने की आज्ञा
हमें बपतिस्मा क्यों लेना चाहिए?
(19) इसलिए तुम जा कर सब जातियों को शिष्य बनाओ और उन्हें पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर बपतिस्मा दो।
(20) मैंने तुम्हें जो-जो आदेश दिये हैं, उन सबका पालन करना उन्हें सिखाओ। देखो, मैं संसार के अन्त तक सदा तुम्हारे साथ हूँ।”
पतरस ने उन्हें यह उत्तर दिया, “आप लोग पश्चात्ताप करें। आप लोगों में से प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने पापों की क्षमा के लिए येशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले। इस प्रकार आप पवित्र आत्मा का वरदान प्राप्त करेंगे;
“मैं तुम से कहता हूँ : जो मुझे मनुष्यों के सामने स्वीकार करेगा, उसे मानव-पुत्र भी परमेश्वर के दूतों के सामने स्वीकार करेगा।
बपतिस्मा की आशीष
(11) उन्हीं में आप गैर-यहूदियों का भी एक खतना हुआ है। वह खतना हाथ से नहीं किया जाता, वह मसीह का खतना अर्थात् बपतिस्मा है, जिसके द्वारा पापमय स्वभाव के शरीर को उतार दिया जाता है।
(12) आप लोग बपतिस्मा के समय मसीह के साथ दफनाये गये और उन्हीं के साथ पुनर्जीवित भी किये गये हैं, क्योंकि आप लोगों ने परमेश्वर के सामर्थ्य में विश्वास किया जिसने उन्हें मृतकों में से पुनर्जीवित किया।
(13) आप लोग पापों के कारण और अपने स्वभाव के खतने के अभाव के कारण मर गये थे। परमेश्वर ने आप लोगों को मसीह के साथ पुनर्जीवित किया है। उसने हमारे सब अपराधों को क्षमा किया है।
(14) उसने हमें दोषी ठहराने वाले दस्तावेज को रद्द कर दिया, जो विधि-नियमों के कारण हमारे विरुद्ध था, और उसे क्रूस पर ठोंक कर उठा दिया है।
(15) उसने प्रत्येक आधिपत्य और अधिकार को अपदस्थ किया, संसार की दृष्टि में उन को नीचा दिखाया और क्रूस की विजय-यात्रा में उन्हें बन्दियों के समान घुमाया।
हम जश्न और खुशी मना सकते हैं कि परमेश्वर ने हमे पाप से मुक्त कर दिया है और हमारे पास यीशु में नया जीवन और जीत है।
मत्ती 10:32 (HINDICL-BSI)
“जो मुझे मनुष्यों के सामने स्वीकार करेगा, उसे मैं भी अपने स्वर्गिक पिता के सामने स्वीकार करूँगा
रोमियों 10:9-13 (HINDICL-BSI)
(9) क्योंकि यदि तुम मुख से स्वीकार करते हो कि येशु प्रभु हैं और हृदय से विश्वास करते हो कि परमेश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया, तो तुम्हें मुक्ति प्राप्त होगी।
(10) हृदय से विश्वास करने पर मनुष्य धार्मिक ठहरता है और मुख से स्वीकार करने पर उसे मुक्ति प्राप्त होती है।
(11) धर्मग्रन्थ कहता है, “जो कोई उस पर विश्वास करता है, उसे लज्जित नहीं होना पड़ेगा।”
(12) इसलिए यहूदी और यूनानी में कोई भेद नहीं है—सब का प्रभु एक ही है। वह उन सब के प्रति उदार है, जो उसकी दुहाई देते हैं;
(13) क्योंकि “जो कोई प्रभु के नाम की दुहाई देगा, उसे मुक्ति प्राप्त होगी।”
विश्वास की यह सार्वजनिक घोषणा आपको कैसे आशीष देती है?
दोस्त से पूछें
कृपया अपने बपतिस्मे के बारे में बताएं। अपने क्यों, कब और कैसे बपतिस्मा लिया?
बपतिस्मा के विषय में क्या आपके पास कोई और सवाल है?
आवेदन
यदि आप यीशु पर विश्वास करते हैं, लेकिन अभी तक बपतिस्मा नहीं लिया है, तो निर्णय करके बपतिस्मा ज़रूर लें।
मॉडल प्रार्थना
प्रभु यीशु, कृपया मुझे बपतिस्मा का अर्थ समझने में मदद करें और बपतिस्मा लेने के लिए निर्णय लेने में मेरी मदद करें।
प्रमुख पध
हम उनकी मृत्यु का बपतिस्मा ग्रहण कर उनके साथ इसलिए दफनाये गये हैं कि जिस तरह मसीह पिता के महिमामय सामर्थ्य से मृतकों में से जी उठे हैं, उसी तरह हम भी एक नया जीवन जीयें।